संदेश

क्या आपके साथ ट्रेन में कभी मजेदार घटना घटी है?

एक बार मुझे भुसावल से मुम्बई जाना था। पवन एक्सप्रेस से सतना से आ रहा था अर्जेंट में भुसावल कोच में ही बर्थ मिला था, डब्बा भुसावल में काट दिया गया। उतरना पड़ा था। दूसरे डिब्बे के लिए बहुत कोशिश किया पर असफल रहा। बड़ी भीड़ थी। रात के नौ बजे थे। सोचा छोड़ो अब खाना खा के दूसरा ट्रेन पकडुंगा। रात को विदर्भ एक्सप्रेस मिली पर बर्थ नहीं मिली। जेनरल में चढ़े। डब्बे के अंत में टायलेट के तरफ का एक 6 सीट का एक एरिया बहुत खाली था मैं लपक के उपर वाले पर बैग डाला और लेट गया सुबह जब ट्रेन कल्याण पहुंची तब नींद खुली। उतरना था। जब नीचे वाले सीट के नीचे देखा तो तीन लासें पड़ी थी। फिर दादर में अगले स्टेशन पर मैं उतर गया।अब समझ में आ रहा था कि ट्रेन में इतनी भीड़ थी पर जहां मैं सोया वो जगह ख़ाली क्यों थी। अभी भी सोचता हूं कि 3 लास डेडबोडी के साथ रात काटा।

फर्नीचर से बच्चों की सुरक्षा

फर्नीचर से बच्चों की सुरक्षा यदि फर्नीचर टूटकर उनके ऊपर गिर जाए तो बच्चे गंभीर रूप से घायल हो सकते हैं। ऐसा होने के जोखिम को कम करने के तरीके यहां दिए गए हैं: जांचें कि फर्नीचर मजबूत है - आपका बच्चा इसे खींचने या गिराने में सक्षम नहीं होना चाहिए। बुकशेल्व और वार्डरोब जैसे फर्नीचर को दीवार या फर्श पर लगाने से उनके गिरने का खतरा कम हो जाता है। टेलीविज़न को दीवार या मनोरंजन इकाई से बाँधें या बाँधें। नुकीले कोनों वाले फर्नीचर को उन जगहों से दूर ले जाएँ जहाँ बच्चे इधर-उधर भागते हैं, जैसे हॉलवे और दरवाज़ों के पास। यदि आप फर्नीचर को हिला नहीं सकते हैं, तो उसके कोनों को फोम या कॉर्नर प्रोटेक्टर से ढक दें।

एक सलाह सब को।

अपने स्वास्थ्य अपने व्यक्तित्व पर ज्यादा ध्यान दें। व्यवसायिक शिक्षा ग्रहण करें। अभी से अपना आर्थिक विकास करते रहें। एक का दो करना सीखें। कभी भी ऐसे लोगों के साथ रहें जहां आपकी आर्थिक शारीरिक-मानसिक विकास हो। सही नेटवर्क के साथ रहें अध्ययन करें, करते रहें। अपने मां-बाप परिवार समाज को अपने किसी आचरण से दुखी ना करें।

स्कूल बस और आपकी जिम्मेदारी

स्कूल बस की सुरक्षा और जिम्मेदार मां बाप 🙏 स्कूल बसें बच्चों को स्कूल लाने और वापस लाने का सबसे सुरक्षित तरीका है, लेकिन अगर बच्चे स्कूल बस में चढ़ते और उतरते समय सावधानी न बरतें तो उन्हें चोट लग सकती है। हमने बस की सवारी के लिए अपनी शीर्ष सुरक्षा युक्तियाँ एक साथ रखी हैं।⁠ ⁠ 🚸 अपने छोटे बच्चों के साथ बस स्टॉप तक चलें और उनके वहां पहुंचने तक प्रतीक्षा करें।⁠ ⁠ 🚌 बच्चों को बस आते ही किनारे से कम से कम तीन बड़े कदम पीछे खड़े होना और एक बार में बस में चढ़ना सिखाएं। ⁠ 🛑 बच्चों को सिखाएं कि उतरने से पहले स्कूल बस के पूरी तरह रुकने का इंतजार करें और बस के पीछे न चलें। 👍 दौड़ना मना है। 🌹हाथ और सर बस के अंदर ही रखें। ❤️बच्चों के हर एक हरकत पर नजर रखे और सिखाते रहें।

मेरी विदेश यात्रा

मेरा ट्रांसफर हुआ़ था ओमान में, हम लोग साउथ ओमान में थे, वहीं साउथ ओमान आयेल फिल्ड में काम था। कहीं भी कोई कमी नहीं थी। हमलोग अक्सर ही राउंड पर जाया करते थे तीन चार सौ किलोमीटर का रेगिस्तान के आयल पंप का राउंड रहता था। दो खतरा था वहां, पहला यमनी लुटेरे जो कभी भी सारा कुछ छिन लेंगे गाड़ी भी तथा दूसरा रेगिस्तान में गाड़ी खराब होना। गाड़ी खराब होने पर वहीं रहना है, यदि शाम को नहीं लौटे तो खोजने के लिए हेलीकॉप्टर जाता था। मैं कभी नहीं फंसा, कुछ लोग फंसते थे। दिन भर काम करना था साथ में हमारे हिन्दूस्तानी श्रमिक ही थे।

कारण क्या है? श्रमिकों की आँखों में चोट कैसे लगती है?

आंखों की अधिकांश चोटें छोटे कणों या वस्तुओं के आंख से टकराने या खरोंचने के कारण होती हैं, जैसे: धूल, सीमेंट के टुकड़े, धातु के टुकड़े और लकड़ी के टुकड़े। ये सामग्रियां अक्सर औजारों द्वारा बाहर निकल जाती हैं, हवा में उड़ जाती हैं, या किसी कर्मचारी के ऊपर से गिर जाती हैं। बड़ी वस्तुएं आंख या चेहरे पर भी हमला कर सकती हैं, या कोई कर्मचारी किसी वस्तु से टकरा सकता है, जिससे नेत्रगोलक या आंख के सॉकेट पर कुंद-बल आघात हो सकता है। प्रवेश: कील, स्टेपल, या लकड़ी या धातु के टुकड़े जैसी वस्तुएं नेत्रगोलक के माध्यम से जा सकती हैं और परिणामस्वरूप दृष्टि की स्थायी हानि हो सकती है। रासायनिक और थर्मल जलन: औद्योगिक रसायन या सफाई उत्पाद एक या दोनों आँखों में रासायनिक जलन के सामान्य कारण हैं। आंखों में थर्मल जलन भी अक्सर वेल्डरों के बीच होती है। ये जलन नियमित रूप से श्रमिकों की आंखों और आसपास के ऊतकों को नुकसान पहुंचाती है। श्रमिकों को नेत्र रोग कैसे हो जाते हैं? आंखों की बीमारियां अक्सर खून के छींटों, खांसने या छींकने से निकलने वाली बूंदों या किसी दूषित उंगली या वस्तु से आंखों को छूने जैसी चीजों के सीधे सं

दूर्घटना के कारण

कार्यस्थल पर दुर्घटनाओं के कारण………… ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️ शराब और नशीली दवाओं के प्रभाव । लोग निर्देशों का पालन नहीं करते। लोग दिये गये प्रशिक्षण का पालन नहीं करते। लोग ऐसे कार्य कर रहे हैं जिन्हें करने के लिए वे प्रशिक्षित नहीं हैं, उदाहरण के लिए, प्लांट मशीनरी चलाना। असुरक्षित मैन्युअल हैंडलिंग, लोडिंग, स्टैकिंग और भंडारण। कार्यस्थलों, मचानों, उत्तोलकों आदि पर अत्यधिक भार डालना। दोषपूर्ण उपकरणों का उपयोग। रसायनों का गलत प्रबंधन या परिवहन। व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण पीपीई का उपयोग करने में विफलता। सुरक्षा संकेतों, सिग्नलों और चेतावनी संकेतों की अनदेखी करना। मशीनरी और औजारों से गार्ड और बैरियर को अवैध रूप से हटाना। संपीड़ित वायु को स्वयं और दूसरों पर निर्देशित करना। कार्यस्थल पर असंतुष्टि। अपने कार्य क्षेत्र को साफ़ रखें - औज़ार, उपकरण और मलबा इधर-उधर न रखें। कार्यस्थल में दुर्घटना की रोकथाम गार्ड या बैरियर न हटाएं । निर्देशों का अनुसरण करें । अपने प्रशिक्षण का पालन करें। ऐसा कोई भी कार्य न करें जिसके लिए आप प्रशिक्षित नहीं हैं। नशीली दवाओं और शराब के प्रभाव में न रहें। अपने पीपीई का

शराब जानलेवा है।

चाहे वह 30 मिली हो या 90 मिली, नियम वही रहता है: शराब पीकर गाड़ी चलाने का प्रयास न करें। अपने जान की परवाह करें। एक निर्दिष्ट ड्राइवर चुनें, कैब बुलाएँ, सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें, या सवारी-शेयर की व्यवस्था करें। 👉 आपकी सुरक्षा और सड़क पर दूसरों की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता। 👊 इस संदेश को साझा करें, जागरूकता फैलाएं, और आइए एक सुरक्षित समुदाय के लिए जिम्मेदार विकल्प चुनें! 🚦🌐

ये नहीं कि समस्या का कुछ हो ही नहीं सकता...

ऐसा होता है कई बार, पर इसका मतलब इसका मतलब है कि आप जीवित हैं। आप को जगना है कुछ करना है। ये नहीं कि समस्या का कुछ हो ही नहीं सकता, ऐसा हो सकता है कि अभी अंधेरा है मुझे रास्ता नहीं दिख रहा तो मैं अंधा हो गया, धीरज रखें सूरज निकलेगा, रास्ता नजर आयेगा, काम होगा। समस्या तो हमें जीना सिखाती है। समस्या हमें जगाती हैं। समस्या हमें कुछ करने पर मजबूर करती है। समस्या को ज्यादा संकट ना समझे बस लगे रहे सब सही होगा। एक आदमी को बहुत सारी समस्या थी हमेशा दुखी रहता था भगवान से प्रार्थना करता रहता था यहां वहां मित्र पड़ोसी साधु संतों के चक्कर में ही रहता था। एक बार भगवान प्रकट हो गये बोले वत्स आप जैसे भद्र पुरुष के लिए ये धरती सही नहीं है चलो मेरे साथ चलो। उसने झट से भगवान के चरणों में लोट गया कहने लगा, नहीं प्रभु ऐसी तो कोई बात नहीं है मैं तो मज़ाक कर रहा था। समस्या सब को है अब भगवान की समस्या सुने उन्होंने कर्ण को बताया था। कृष्ण : कर्ण, मेरा जन्म मेरे ही मामा के कारागार में हुआ। कृष्ण : जन्म से पहले ही मृत्यु मेरी प्रतीक्षा में घात लगाए थी। कृष्ण : जिस रात मेरा जन्म हुआ था उसी रात को मुझ

जी हां पति भी भगवान है यदि हमारी पत्नी लक्ष्मी है तो उसके पति विष्णु ही हुए।

जी हां पति भी भगवान है यदि हमारी पत्नी लक्ष्मी है तो उसके पति विष्णु ही हुए। जिन्होंने माना महसूस किया उन्हें सर्वस्य मिला। जो पत्थर में भगवान् को देखेगा वहीं भगवान से मिलेगा। मेरे एक मित्र हैं अक्सर उनके पास बैठता था, वो बता रहे थे कि जब भी रात को वो सोने जाते हैं उनकी पत्नी उनका पैर दबाती है। मैं कहा कि अभी तो वो 50 के हो गये। उन्होंने कहा हां जी……फिर कहें कि मना करता हूं तो नहीं मानती, कहती हैं कि उसे उसका काम करने दीजिए। तो सहमत हो गये। बोलते थे भाई एक बात है जब वो पैर दबाती है तो मैं सच में महसूस करता है कि वो लक्ष्मी है और मैं विष्णु हूं। भरपुर धन धान्य, बहुत खुशहाली थी। सर्व सुख शांति और प्यारा सा परिवार था। चलता रहा समय, वो सुन्दर जोड़ी मैं देखता बहुत खुश होता था। मैं घर पर आकर बताता भी था, मेरे घर के लोग भी बोलते थे कि अच्छे हैं सब। मैं काफी दिनो बाद अभी मिला उन से करीब 10 साल बाद, नौकरी के कारण मैं भी मुंबई में रह गया था। उनके पास बैठा था, मैं देख रहा था सब बिखरा सा था, धन धान्य नहीं बचा था, जोड़ी तो वहीं थी। पर चेहरे पर सुख संतोष नहीं थे। सब कुछ खत्म था। लक्ष्मी लक्ष्मी

परिवार में सामंजस्य कैसे बढे

1.पैसे का स्रोत बढ़ायें, परिवार पर खर्च करें। 2.संयम रखें सहनशीलता दिखाये। 3.परिवार के जरूरतों को पूरा करें सबका सम्मान करें। 4.घर में आये नये मेहमान बहु की जरूरत समझें, दबाव ना दें। त्योहार में कपड़े आदि दें। 5.बहु पति के साथ रहना चाहे तो रहने दें। 6.कहीं असमर्थ हैं तो समझायें।आपस में बात करें।सब को स्वस्थ्य रखें। 7. सास बहू बन जाये। उबाऊ सास नापसंद होती है। 8.किसीतरह के दोषरोपण ना करें गलती क्षमा करें। अकेले में समझायें। 9.भाषा का संतुलन रखें। 10. जन्मदिन मनायें, पुजा करवायें सब का सलाह लें गिफ्ट दें। कुछ नया करें। इन सब के बाद भी कुछ ना हो तो हरे कृष्ण कहें🙏।

मध्यम वर्ग के लोगो को निम्न बातों का जानना जरुरी हैं।

मध्यम वर्ग के लोगो को निम्न बातों का जानना जरुरी हैं — अगर आप रोज़ाना 15 किलोमीटर से कम सफर तय करते हैं तो गाड़ी ना खरीदे और बस/ऑटो/ओला/उबेर या क्विक राइड जैसी कार पूलिंग अप्प्स का इस्तेमाल करें। कभी भी भारी लोन के साथ फ्लैट ना खरीदे। आप 15 साल की EMI के साथ नया फ्लैट खरीदते हैं जिसकी 15 साल बाद अगर कीमत बढ़ी भी तो आप उससे बेच नहीं पाएंगे क्योंकि कोई भी इंसान जायदा पैसे दे कर 15 साल पुराना फ्लैट नहीं खरीदेगा। अपनी नौकरी के अलावा एक अलग स्रोत बनाये मासिक वेतन का। कोई भी व्यक्ति एक आय के साथ अमीर नहीं बना हैं। अपने पैसो को बैंक मे मत पड़े रहने दे। समय के साथ वो अपनी कीमत खोते रहेंगे इन्फ्लेशन की वजह से। इसकी जगह उन्हें म्यूच्यूअल फंड्स, PPF और यहाँ तक की स्टॉक मार्किट मे भी निवेश करें। ऐसी कोई भी चीज लेने से परहेज़ करें जो आप एक बार मे नहीं खरीद सकते। याद रखे एक बार EMI के जाल मे घुसते चले गए तो निकलना बोहोत मुश्किल हैं। अपने खर्चो के अलावा कम से कम 6 महीनों का आपातकालीन फंड तैयार रखे। बुरा समय आपकी सहूलियत देख कर नहीं आएगा। अपने खर्चो को हमेशा नोट डाउन करें और इसके लिए चाहे किताबो मे या कही

व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई)

व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) सुरक्षा हेलमेट, सुरक्षा चश्मे, हाथ के दस्ताने या अन्य दुसरे सुरक्षा उपकरण चोट से बचने तथा शरीर की रक्षा के लिए बनाया गया है I सुरक्षा उपकरण से सम्बंधित इन खतरों में शामिल है, शारीरिक, बिजली, गर्मी, रसायन, हवाई कण, जैविक खतरा इत्यादि ये सुरक्षा उपकरण स्वास्थ्य के सुरक्षा के लिए कार्य स्थल पर सभी गतिविधियों में पहनना जरुरी है I पीपीई संबंधी कर्मचारियों के कर्तव्य 1. पीपीई ठीक से इस्तेमाल किया जाना चाहिए I 2. पीपीई प्रदान किए गए निर्देशों के अनुसार पहना जाना चाहिए, क्षतिग्रस्त पीपीई बदला जाना चाहिए I 3. सभी पीपीई का उपयोग करने से पहले जांच की जानी चाहिएI 4. कर्मचारियों को पीपीई का उचित ध्यान रखना चाहिए I जब तक प्रशिक्षित और अधिकृत नहीं हैं किसी तरह का रख रखाव नहीं करना चाहिए I पीपीई की उपयुक्तता हमें अपने सुरक्षा के लिए सही प्रकार के पीपीई का चुनाव करना चाहिए, काम या काम के माहौल में शामिल खतरों का ध्यान से विचार किया जाना चाहिए. पीपीई भी व्यक्ति की जरूरतों को पूरा करना चाहिए, पीपीई के उपयोग के लिए निम्नलिखित कारकों पर विचार किया जाना चाहिए--

बिजली उपकरणों के साथ काम करने के लिए कुछ सुरक्षा के सुझाव

बिजली उपकरणों के साथ काम करने के लिए कुछ सुरक्षा के सुझाव 1.उपकरणों को बिजली की आपूर्ति को जोड़ने से पहले बंद कर लें | 2.उपकरणों में कुछ फेर बदल करने से पहले बिजली की आपूर्ति बंद कर लें | 3.सुनिश्चित करें की आपका उपकऱण ठीक तरह से ग्राउन्डेड औऱ डबल इनसुलेटेड है | ग्राउन्डेड उपकरण स्वीकृत तथा तिन तार वाला एवं तिन पिन प्लग वाला होना चाहिए, और प्लग अच्छी तरह से ग्राउन्डेड और थ्री पोल वाले आऊटलेट के साथ लगा होना चाहिए | 4.कभी भी स्विच को बाईपास कर के उपकरण को न लगायें और ना ही जोड़ें न ही चलायें | 5.गीली जगहों पर या नम स्थानों पर बिजली के उपकरणों का उपयोग न करें, जब तक वह GFCI उपकरण से जुड़ा नहीं है | 6.विस्फोटक वास्प एवं गैसों से युक्त क्षेत्र में बिजली के उपकरणों का प्रयोग न करें, जब तक कि वे आंतरिक रूप से सुरक्षित नहीं हैं और निर्माता के दिशा निर्देशों का पालन करें| बिजली के उपकरणों के साथ तथा बिजली के नजदीक काम करने के सुरक्षा के सुझाव •बिजली के उपकरण, बिजली के तार, बिजली फिटिंग का निरीक्षण हर बार उपयोग के पहले करें, क्षतिग्रस्त उपकरणों की मरम्मत तुरंत करें | •बिज

हाइड्रोजन सल्फाइड (H2S) से सुरक्षा

हाइड्रोजन सल्फाइड (H2S) हाइड्रोजन सल्फाइड गैस "सीवर गैस" के रूप में जाना जाता है, क्योंकि यह अक्सर बेकार सामग्री के सड़ने के द्वारा बनता है। निम्न स्तर पर हाइड्रोजन सल्फाइड गैस का गंध एक मजबूत सड़े अंडे की तरह है। कम और निचले स्तर पर ये स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, ये जरुरी नहीं है की ये गैस हमेशा आप को बीमार कर दे। हालांकि, उच्च स्तर पर यह गैस आप के सूंघ ने की शक्ति को ख़राब करता है, जिस से की आप निर्णय नहीं कर सकते हैं की यहाँ हाइड्रोजन सल्फाइड गैस है या नहीं I उच्च स्तर पर, हाइड्रोजन सल्फाइड गैस घातक है, यह बीमार कर सकता है जान भी ले सकता है। सामान्य गुण 1.रंगहीन, पारदर्शी , हवा से भारी यह कहीं गड्ढे या निचे की सतह पर जमा रहता है I 2. विशेषता सड़ा हुआ अंडा के(कम मात्र में ) गंध, उच्च मात्र में मिठा गंध I 3. ज्वलनशील 4.3% LEL UEL 46%, कम अस्थायी और उच्च दबाव पर तरल के रूप में मौजूद रहता हैंi विषाक्त गुण 1. यह गैस बेहद विषैला और तकलीफदेह है, और तुरंत मौत का कारण बन सकती है। 2. ऊतक कोशिकाओं की औक्सीडेटीव प्रक्रिया ब्लॉक करता है, ऑक्सीजन में रक्त की क्षमता कम कर

गैस सिलेंडरों को संभालना

  उच्च दबाव युक्त गैस सिलेंडर   का उपयोग एवं देखभाल 1. सभी उच्च दबाव युक्त गैस सिलेंडर को ध्यान से संभाल कर गैस सिलेंडर भरे के रूप में उपयोग करें । 2. हमेशा एक वाहक ट्रोली का उपयोग करें और इसे में सिलेंडर सुरक्षित.   रहता है। 3. हमेशा उच्च दबाव युक्त गैस सिलेंडर अप राईट स्थिति में रखें  ,  उपयोग   के समय भी ऐसे ही रखें । 4. भंडारण के समय भी ऐसे रखें की गिरे नहीं ध्यान रहे विस्फोट हो सकता है । 5. सूरज, कृत्रिम गर्मी, ज्वलनशील सामग्री, संक्षारक रसायनों और धुएं से दूर रखें । 6. उच्च दबाव युक्त गैस सिलेंडर के वाल्व और फिटिंग को नुकसान.   न पहुंचाएं । उन्हें उठाने या ले जाने के लिए उपयोग न करें. । 7. उच्च दबाव युक्त गैस सिलेंडर के वाल्व और फिटिंग को तेल और तेल से अलग रखें. । 8. देखना है कि दस्ताने (यदि पहना   है) भी तेल और तेल से मुक्त हैं. । 9. सिलेंडर वाल्व धीरे धीरे खोलें   , और गैस को ठीक से बंद करें ज्यादा बल का प्रयोग न करें । 10. हमेशा ट्रक से ट्रक से उतारते समय इसे न घसीटें और न ही पटकें  । 11. हमेशा गैस होज को यातायात से रस्ते से दूर रखें । 12. याद रखें - गैस सिलेंडरों को संभालना द

गृह व्यवस्था

 गृह व्यवस्था  हॉउस कीपिंग का मतलब है - सामान्य देखभाल, सफाई, स्वच्छता, और निर्माण स्थल पर काम के स्थान का रखरखाव । हाउस कीपिंग का महत्व झाड़ू लगाने, उपकरणों का सफाई करने, पोछ पाछ करने से कही ज्यादा है । सफाई तो बस केवल गृह व्यवस्था का एक हिस्सा है । गृह व्यवस्था का सबसे महत्वपूर्ण और सबसे ज्यादा अनदेखी हिस्सा है एक क्रम में सामान को संभाल के और सजा कर रखना । हमारे कार्य क्षेत्र में कोई भी अनावश्यक चीज़ें नहीं होनी चाहिए और सभी आवश्यक एवं अनावश्यक सामान सही जगह पर होनी चाहिए। कोई भी कार्यस्थल ब्यवस्थित नहीं माना जाता जब तक की ‘’ "सब कुछ के लिए जगह और सब कुछ अपनी जगह है. अच्छी गृह व्यवस्था का लाभ साइट पर दुर्घटना और आग की संभावना समाप्त होती है । संकुलित क्षेत्रों को ब्यवस्थित करने से कार्य शक्ति एवं उर्जा की बचत होती है ।कार्य स्थल का सबसे अच्छा उपयोग होता है।  सामग्री की सूची नियंत्रण रहता है संपत्ति के नुकसान में मदद करता है, एक अच्छा कार्यस्थल बनाता है तथा बेहतर काम करने की आदतों को प्रोत्साहित करता है । कंपनी के आपरेशन के एक अच्छी छवि को दर्शाता है। साइट हाउसकीपिंग के नियम

ऊंचाई के काम में सुरक्षा

 ऊंचाई का काम  ऊपर का या निचे का कोई काम या ऐसा  किसी भी जगह का काम, या निचे गहराई का काम जहाँ से आदमी निचे गिरे, गहराई में गिर सके,  ऐसे काम को ऊंचाई का काम कहा गया है,  जैसे की ऊपर का प्लेटफ़ॉर्म जहाँ से आदमी निचे गिर सके - जैसे स्टॄक्चऱ, बुम लीफ्ट, प्लेटफ़ॉर्म के ओपनिंग, गड्ढा, गहराई, स्केफोल्ड, मास्ट इत्यादि का काम  ।  सरल खतरों को कम करने का तरीका । उन्मूलन - खतरा या खतरनाक काम के अभ्यास को हटाना……   बदलाव - खतरों में बदलाव सूधार……..  अलगाव –खतरों को अलग करने या खतरनाक काम को बदलना   इंजीनियरिंग नियंत्रण-अगर खतरों का सफाया नहीं किया जा सकता है तो उसे बदलना है अलग करना है काम की जगह से हटाना है । जिस से  स्केफोल्ड सीढ़ी आदि को गार्ड करना है । प्रशासनिक नियंत्रण – काम करने के ऐसे तरीके सुनिश्चित करना है जिस से कर्मचारियों के काम में खतरे काम हों, हमें सुरक्षित तरीके, निर्देशन, प्रशिक्षण, सुरक्षा पोस्टर्स, चिन्ह, चतावनी चिन्ह लगाना है जिससे  खतरे समझ में आये तथा खतरों में कमी आये । खतरों से बचने का उपाय  ऊंचाई का काम  शुरू करने के पहले काम प्लान करें, रिस्क असेसमेंट बनायें।  मौसम का

सुरक्षा की शुरुआत- पहला

निजी सुरक्षा निर्देश 1. जोखिम लेना नहीं है - सुरक्षा निर्देश का पालन करें । 2. यदि आपको पता नहीं है – पूछना है ।  3. काम को सुधारने या सभी असुरक्षित स्थितियों की रिपोर्ट करें. । 4. सही  औजार और उपकरणों का प्रयोग करें । 5. काम करने के लिए काम के स्थान स्वच्छ और व्यवस्थित रखने के लिए मदद  करें. । 6. सभी चोटों की दावा लें, या रिपोर्ट करें । 7. काम पर दूसरों को विचलित न करें. 8. सुरक्षात्मक कपड़ों और उपकरणों को अपनी सुरक्षा के लिए पहनें., प्रयोग करें । 9. मशीनरी गार्ड के बिना काम शुरू न करें. 10. काम के सभी सुरक्षा नियमों और संकेत को मानें ।  11. केवल प्राधिकृत उपकरणों का प्रयोग करें. 12. ऊपर मंजिल पर काम के स्थान पर औजार मत छोड़ें,  वे नीचे के लोगों पर गिर सकते है या विचलित कर सकते हैं ।